Wednesday, January 15, 2025
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भारत में HMPV वायरस के मामले बढ़े, 3 राज्यों में मिले 7 नए मरीज; बिहार में अलर्ट जारी, कोविड-19 जैसी तैयारी शुरू, जानें लक्षण, बचाव और खतरनाक प्रभाव

HMPV virus in India 2025 hindi-भारत में HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) वायरस के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे देशभर में चिंता बढ़ गई है। यह वायरस चीन से फैलने के बाद अब भारत में भी दस्तक दे चुका है। हाल ही में, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु से इस वायरस के संदिग्ध मामले सामने आए हैं, जिनमें से अधिकांश बच्चे हैं। अब तक 7 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, हालांकि सरकार का कहना है कि इससे कोविड जैसी स्थिति उत्पन्न होने की संभावना नहीं है।

पहली बार 2001 में नीदरलैंड्स में पाया गया HMPV वायरस (HMPV virus in India 2025 hindi)सांस की तकलीफ, बुखार और खांसी जैसी समस्याएं उत्पन्न करता है। बिहार सरकार ने इस वायरस से निपटने के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं और कोविड-19 जैसी तैयारी करने के निर्देश सभी जिलों को दिए गए हैं। इस वायरस का अभी तक कोई विशिष्ट इलाज या वैक्सीन नहीं है, इसलिए इसका इलाज लक्षणों के आधार पर किया जाता है, जिसमें आराम, दर्द निवारक, ज्यादा पानी पीना और जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन देना शामिल है।

एचएमपीवी के लक्षण

HMPV virus in India 2025 hindi-एचएमपीवी के लक्षण
HMPV virus in India 2025 hindi-एचएमपीवी के लक्षण

एचएमपीवी वायरस(HMPV virus in India 2025 hindi) के लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बहना, सांस लेने में परेशानी और गंभीर मामलों में ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसी समस्याएं शामिल हो सकती हैं। यह वायरस खांसने, छींकने, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने या संक्रमित वस्तुओं से फैलता है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, यह वायरस मुख्य रूप से श्वसन संबंधी समस्याएं उत्पन्न करता है, और सांस में कठिनाई इसका एक प्रमुख लक्षण है।

इस वायरस का कोई विशेष इलाज या टीका अभी तक उपलब्ध नहीं है, इसलिए इसका सबसे अच्छा उपाय बचाव ही है। यदि किसी को इन लक्षणों का सामना हो, तो उसे तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। इलाज लक्षणों के आधार पर किया जाता है।

समझें इसके खतरों को और कैसे बचें

HMPV virus in India 2025 hindi-समझें इसके खतरों को और कैसे बचें
HMPV virus in India 2025 hindi-समझें इसके खतरों को और कैसे बचें

HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) वायरस ने चीन में भारी असर डाला है और अब इसके फैलने की आशंका अन्य देशों में भी जताई जा रही है। यह श्वसन संक्रमण सर्दी के मौसम में अधिक सक्रिय होता है, जिससे सांस लेने में कठिनाई, खांसी और बुखार जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यह वायरस 2001 में पहली बार पहचाना गया था, और अब तक इसकी कोई वैक्सीन नहीं बनी है।

HMPV (HMPV virus in India 2025 hindi)खांसी और छींक के जरिए फैलता है और सर्दी और वसंत में अधिक सक्रिय रहता है। इस वायरस से बचाव के लिए हाथ धोना, मास्क पहनना और संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाना जरूरी है। चीन में इसके प्रकोप के बाद भारत में भी इसके फैलने का खतरा बढ़ गया है, और सरकार ने इस पर निगरानी बढ़ा दी है।

भारत में HMPV के मामलों का पता चला(HMPV virus in India 2025 hindi)

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सोमवार को भारत में HMPV (HMPV virus in India 2025 hindi) के 7 नए मामले सामने आए। इन मामलों में बेंगलुरु, नागपुर और तमिलनाडु में 2-2 मामले पाए गए, जबकि अहमदाबाद में एक मामला सामने आया। ICMR ने बेंगलुरु के बाप्टिस्ट हॉस्पिटल में दो मामलों की पुष्टि की है। इनमें से एक मामला बेंगलुरु की 3 साल की बच्ची का था, जिसे दिसंबर में बुखार और सर्दी के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था। अब वह स्वस्थ हो चुकी है और उसे डिस्चार्ज कर दिया गया है।

सरकार की तरफ से कोई चिंता नहीं

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने सोमवार को कहा कि सरकार स्थिति पर पूरी निगरानी रख रही है और इस पर चिंता करने की कोई वजह नहीं है। उन्होंने बताया कि एचएमपीवी (HMPV virus in India 2025 hindi)कोई नया वायरस नहीं है और देश में श्वसन वायरस से संबंधित मामलों में कोई खास वृद्धि नहीं देखी गई है।

एक वीडियो संदेश में नड्डा ने कहा कि चीन में एचएमपीवी के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय, ICMR और एनसीडीसी चीन और पड़ोसी देशों की स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि डब्ल्यूएचओ ने इस मामले को संज्ञान में लिया है और जल्द ही अपनी रिपोर्ट साझा करेगा।

नड्डा ने बताया कि ICMR और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम द्वारा देश में श्वसन वायरस के आंकड़ों की समीक्षा की गई है, और भारत में किसी भी श्वसन वायरस की संख्या में वृद्धि नहीं पाई गई है। इसके अतिरिक्त, 4 जनवरी को स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (DGHS) की अध्यक्षता में एक संयुक्त निगरानी बैठक आयोजित की गई। मंत्री ने यह भी कहा कि देश की स्वास्थ्य प्रणालियां और निगरानी नेटवर्क पूरी तरह सतर्क हैं और किसी भी स्वास्थ्य चुनौती का तुरंत समाधान करने के लिए तैयार हैं।

फ्लू जैसे मरीजों की निगरानी के लिए दिशा-निर्देश

HMPV virus in India 2025 hindi-फ्लू जैसे मरीजों की निगरानी के लिए दिशा-निर्देश
HMPV virus in India 2025 hindi-फ्लू जैसे मरीजों की निगरानी के लिए दिशा-निर्देश

स्वास्थ्य सचिव संजय सिंह ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों को निर्देश दिया है कि वे फ्लू जैसे लक्षणों और गंभीर श्वसन समस्याओं (सारी) पर कड़ी नजर रखें। संबंधित डेटा को रोजाना आईएचआईपी पोर्टल पर अपडेट करना होगा। कोविड-19 के लिए उपलब्ध दवाइयों, किट, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन और मास्क की पर्याप्तता सुनिश्चित करनी होगी। इसके बढ़ते मामलों पर भी ध्यान देना जरूरी है। जरूरत पड़ने पर अस्पतालों में फ्लू कॉर्नर स्थापित किए जाएं। संक्रमण नियंत्रण की सख्त निगरानी रखें और गंभीर मामलों के सैंपल पुणे स्थित राष्ट्रीय प्रयोगशाला भेजें ताकि HMPV (HMPV virus in India 2025 hindi)की पुष्टि की जा सके।

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