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23वें महीने भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं, शक्तिकांत दास ने बताया महंगाई पर काबू रखना है प्राथमिकता

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RBI Repo Rate Today in Hindi
RBI Repo Rate Today in Hindi

RBI Repo Rate Today in Hindi-भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक बार फिर से रेपो रेट में कोई बदलाव न करने का फैसला लिया है। शुक्रवार को हुई मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की द्विमासिक समीक्षा बैठक में इस पर अंतिम निर्णय लिया गया। रेपो रेट अब भी 6.50 फीसदी पर स्थिर है, जो कि 11वीं बार है जब इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया। पिछली बार फरवरी 2023 में इसे 25 बेसिस पॉइंट बढ़ाकर 6.50 फीसदी किया गया था, और उसके बाद से यह दर अपरिवर्तित रही है।

शक्तिकांत दास ने बैठक के बाद कहा कि केंद्रीय बैंक ने 4:2 बहुमत से तटस्थ रुख बनाए रखा है, जो मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए एक सतर्क दृष्टिकोण का प्रतीक है। उन्होंने यह भी कहा कि मूल्य स्थिरता समाज के हर वर्ग के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और मौद्रिक नीति का व्यापक प्रभाव होता है। विशेषज्ञों का पहले से ही अनुमान था कि रिजर्व बैंक इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करेगा।

RBI Repo Rate Today in Hindi

रेपो रेट का EMI पर प्रभाव

RBI Repo Rate Today in Hindi-रेपो रेट का EMI पर प्रभाव

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक हर दो महीने में होती है, जिसमें रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास और अन्य छह सदस्य महंगाई और आर्थिक बदलावों पर विचार-विमर्श करते हैं। इस बैठक में रेपो रेट (RBI Repo Rate Today in Hindi) जैसे महत्वपूर्ण फैसले लिए जाते हैं, जिसका सीधा असर बैंक लोन पर पड़ता है।

रेपो रेट (RBI Repo Rate Today in Hindi)और आपके लोन की ईएमआई (EMI) के बीच सीधा संबंध है। जब रेपो रेट बढ़ता है, तो बैंक अपने कर्ज की ब्याज दरें बढ़ा देते हैं, जिससे आपकी ईएमआई में वृद्धि हो सकती है। वहीं, अगर रेपो रेट घटता है, तो लोन की ईएमआई कम हो जाती है।

केंद्रीय बैंक द्वारा वाणिज्यिक बैंकों को दी जाने वाली उधार दर, विशेष रूप से बाजार में कमी के समय, रेपो दर के रूप में जानी जाती है। मुद्रास्फीति में कमी और आर्थिक स्थिरता बनाए रखना इसके प्राथमिक लक्ष्य हैं।

जीडीपी ग्रोथ का अनुमान कम किया गया

भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति बैठक के दौरान 2024-25 के लिए अनुमानित जीडीपी ग्रोथ को 6.6 प्रतिशत तक घटाने की घोषणा की। इस साल की तीसरी तिमाही में विकास दर 6.8% और चौथी तिमाही में 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इसके अलावा, उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले साल की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि 6.9 प्रतिशत और दूसरी तिमाही में 7.3 प्रतिशत रहेगी।

बैंक के CRR में कमी

एमपीसी बैठक में जहां रेपो रेट (RBI Repo Rate Today in Hindi)को स्थिर रखने का निर्णय लिया गया, वहीं बैंक के CRR (कैश रिजर्व रेश्यो) में भी बदलाव किया गया है। CRR को 4.5 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी कर दिया गया है। इस 0.50 फीसदी की कमी से बैंकों को फायदा होगा, क्योंकि इसके बाद बैंकों के पास 1.16 लाख करोड़ रुपये अतिरिक्त नकदी उपलब्ध होगी। इस कार्रवाई के परिणामस्वरूप बैंकों की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी।

एमपीसी क्या है?

एमपीसी (मौद्रिक नीति समिति) वह शीर्ष निकाय है जो मौद्रिक नीति से जुड़े महत्वपूर्ण फैसले लेता है। समिति के छह सदस्यों का नेतृत्व भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास करते हैं।यह बैठक दास के वर्तमान कार्यकाल की आखिरी बैठक है, जो 10 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। फरवरी 2023 से रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा है।

महंगाई दर पर ध्यान और अनुमान

RBI Repo Rate Today in Hindi-महंगाई दर पर ध्यान और अनुमान

एमपीसी बैठक के दौरान, रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने महंगाई दर के बारे में कुछ अहम अनुमान साझा किए। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में महंगाई दर 4.8 प्रतिशत रह सकती है, जबकि तीसरी तिमाही में यह 5.7 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 4.6 प्रतिशत तक घटने का अनुमान है। अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में महंगाई दर 4.6 प्रतिशत और दूसरी तिमाही में 4 प्रतिशत तक जा सकती है।

गवर्नर ने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल रिजर्व बैंक का मुख्य फोकस महंगाई पर ही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी को महंगाई से राहत दिलाना उनकी प्राथमिकता है, लेकिन देश की ग्रोथ रेट भी महत्वपूर्ण है। इसलिए, एमपीसी ने अब अपने दृष्टिकोण को न्‍यूट्रल बना लिया है, जिसका मतलब है कि आर्थिक हालात के हिसाब से रेपो रेट या बैंकों के लोन रेट (RBI Repo Rate Today in Hindi)में कटौती की जा सकती है। हालांकि, गवर्नर ने यह भी चिंता जताई कि तीसरी तिमाही में महंगाई से राहत मिलती नहीं दिख रही, और चौथी तिमाही से ही इसमें कुछ नरमी आने की उम्मीद है।

शेयर मार्केट पर असर

एमपीसी की बैठक में रेपो रेट (RBI Repo Rate Today in Hindi)को अपरिवर्तित रखने के निर्णय के बाद शेयर बाजार में गिरावट देखी गई। सुबह 10:15 बजे, सेंसेक्स 167.32 अंकों की गिरावट के साथ 81,598.54 पर आ गया। वहीं, निफ्टी भी लाल निशान में रहा और 57.45 अंक गिरकर 24,650.95 पर बंद हुआ। इससे पहले, शुक्रवार की सुबह बाजार की शुरुआत हरे निशान पर हुई थी।

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