Home National तिरुपति बालाजी मंदिर में भगदड़: 4000 की भीड़, 91 काउंटरों पर हुई...

तिरुपति बालाजी मंदिर में भगदड़: 4000 की भीड़, 91 काउंटरों पर हुई अफरा-तफरी, प्रशासन ने क्या कदम उठाए?

0
Tirupati Stampede today 2025
Tirupati Stampede today 2025

Tirupati Stampede today 2025-8 जनवरी को आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में बैकुंठ द्वार दर्शन टिकट केंद्र के पास मची भगदड़ (Tirupati Stampede today 2025)में छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 40 से अधिक लोग घायल हो गए। हादसे में घायलों में से 4 की हालत गंभीर बनी हुई है। घायलों का इलाज तिरुपति के रुइया अस्पताल और SVIMS अस्पताल में चल रहा है।

यह घटना उस समय हुई जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु टोकन लेने के लिए एकत्रित हो गए, जिससे भगदड़ मच गई। टीटीडी अध्यक्ष बीआर नायडू ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के लिए कई कदम उठाए थे, लेकिन स्थिति पर काबू नहीं पाया जा सका। इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई प्रमुख नेताओं ने दुख व्यक्त किया है।

तिरुपति मंदिर में भगदड़(Tirupati Stampede today 2025): कैसे बनी स्थिति बेकाबू?

Tirupati Stampede today 2025-कैसे बनी स्थिति बेकाबू?

तिरुपति मंदिर में मची भगदड़(Tirupati Stampede today 2025) की घटना के बाद, हालात काबू में आते दिखे थे, लेकिन फिर एक और अप्रत्याशित घटनाक्रम सामने आया। रामा नायडू स्कूल के पास बने एक केंद्र में सबसे ज्यादा भीड़ जमा हो गई थी। पुलिस ने टोकन क्यू लाइन को बंद कर रखा था, लेकिन अगले दिन सुबह 5 बजे से लाइन खुलने की घोषणा की थी। इससे पहले ही, बुधवार की रात को ही लोग जमा होने लगे थे।

भीड़ को देखते हुए, पुलिस ने लोगों से पास में बने पार्क में बैठने को कहा, लेकिन थोड़ी ही देर में पार्क भी खचाखच भर गया। गेट बंद कर दिया गया था, ताकि ज्यादा लोग न आ सकें। शाम 7 बजे के करीब, एक महिला पार्क में दम घुटने के कारण बेहोश हो गई। उसे पार्क से बाहर निकालने का निर्णय लिया गया, और एक पुलिस अधिकारी के निर्देश पर पार्क का गेट खोला गया।

लेकिन जब गेट खोला गया, तो वहां मौजूद हजारों लोगों ने यह समझ लिया कि गेट खुलने से उन्हें क्यू लाइन में भेजा जाएगा। इस गलतफहमी के कारण, लोग एक साथ बाहर निकलने के लिए दौड़ पड़े और इसी दौरान भगदड़ (Tirupati Stampede today 2025)मच गई।

तिरुपति में भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन ने क्या कदम उठाए?

Tirupati Stampede today 2025-तिरुपति में भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन ने क्या कदम उठाए

वैकुंठ एकादशी उत्सव के दौरान तिरुपति मंदिर में भारी भीड़ का अनुमान था, इसलिये प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई उपाय किए थे। TTD ने 10, 11 और 12 जनवरी को इस पर्व के लिए कुल 1 लाख 20 हजार टोकन देने का ऐलान किया था, और ये टोकन 9 जनवरी की सुबह 5 बजे से वितरित किए जाने थे। लेकिन 8 जनवरी की सुबह से ही भक्तों की भीड़ टोकन पाने के लिए जुटनी शुरू हो गई थी।

टोकन वितरण के लिए 9 केंद्र बनाए गए थे, जहां 54 काउंटरों के माध्यम से टोकन दिए जाने थे। इनमें से एक केंद्र को छोड़कर बाकी सभी तिरुपति टाउन के तिरुमला पहाड़ी के नीचे स्थित थे। सबसे पहले तिरुपति टाउन के जीवाकोना इलाके में जिला परिषद स्कूल में टोकन वितरण केंद्र पर पुलिसकर्मियों और भक्तों के बीच बहस की खबरें आईं। सुबह से शाम तक लंबी कतारों में खड़े भक्तों का धैर्य जवाब दे गया, और कुछ भक्त जबरन क्यू लाइन में घुसने की कोशिश करने लगे। लेकिन प्रशासन ने स्थिति को काबू में करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया और हालात को नियंत्रित किया।

पार्क में मूलभूत सुविधाओं की कमी और प्रशासन की चुनौतियां

वैकुंठ एकादशी के अवसर पर तिरुपति में हर साल भारी भीड़ जुटती है, और इस दौरान विशेष व्यवस्था की जाती है। आमतौर पर, इलाके में बेरिकेडिंग कर के लोगों को लाइन में खड़ा किया जाता है और जैसे ही क्यू लाइन खुलती है, एक-एक करके टोकन वितरित किए जाते हैं। लेकिन इस बार भारी भीड़ के कारण पुलिस ने पहली बार लोगों को पार्क के अंदर भेजने का निर्णय लिया और गेट बंद कर दिया।

हालांकि, पार्क में कोई मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं की गई थीं। सुबह से शाम तक लोग पार्क के अंदर बंद थे, और उनकी परेशानी बढ़ती गई। जब एक मेडिकल इमरजेंसी के चलते पार्क का गेट खोला गया, तो वहां भगदड़ (Tirupati Stampede today 2025)मच गई। इस स्थिति को और भी बेकाबू होने से पहले पुलिस ने समय रहते हस्तक्षेप किया और श्रीनिवासम इलाके के एक केंद्र में भीड़ को नियंत्रित किया।

पुलिस ने भगदड़ को कैसे काबू किया?

जैसे ही भगदड़ (Tirupati Stampede today 2025) मची, उसमें फंसे हुए लोगों, खासकर महिलाओं, को सांस लेने में कठिनाई होने लगी और वे बेहोश होकर गिरने लगीं। जैसे ही अन्य केंद्रों से पुलिस फोर्स यहां पहुंची, तब तक स्थिति पूरी तरह से बेकाबू हो चुकी थी। लोग एक-दूसरे को कुचलते हुए पार्क से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

इसी दौरान, यहां छह लोगों की मौत हो गई और 40 से ज्यादा लोग घायल हो गए। लगभग 7:30 बजे से लेकर 8:30 बजे तक, इस केंद्र में स्थिति काफी बिगड़ गई थी। पुलिस को हालात को नियंत्रित करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा। घायलों को तुरंत पास के रुइया और SVIMC अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश, कुछ घायलों ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में दम तोड़ दिया।

टीटीडी अध्यक्ष बीआर नायडू का बयान: भगदड़ पर जताया गहरा दुख

Tirupati Stampede today 2025-टीटीडी अध्यक्ष बीआर नायडू का बयान_ भगदड़ पर जताया गहरा दुख

तिरुपति में हुई भगदड़ (Tirupati Stampede today 2025) पर मीडिया से बात करते हुए टीटीडी के अध्यक्ष बीआर नायडू ने इसे एक दुखद घटना बताया। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अधिकारियों के काम पर असंतोष व्यक्त किया है। कुछ अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह घटना घटी। मुख्यमंत्री तिरुपति का दौरा करेंगे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना (Tirupati Stampede today 2025)है, खासकर जब हम वैकुंठ एकादशी जैसे महत्वपूर्ण त्योहार को देख रहे थे। मुख्यमंत्री इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और उन्होंने अधिकारियों से चर्चा भी की है।”

भगदड़ (Tirupati Stampede today 2025) के कारण को लेकर उन्होंने बताया, “घटना (Tirupati Stampede today 2025)उस समय हुई जब कतार में खड़ी एक महिला की अचानक तबीयत बिगड़ने लगी। जैसे ही उसे अस्पताल ले जाने के लिए गेट खोला गया, वहां मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई।

Also Read-

तनाव के लक्षण कारण और उपचार

गर्भावस्था और परवरिश :माता पिता के लिए एक नई शुरुआत

Summer safety 5 tips-अब गर्मियों में स्वस्थ रहिए।

Best 10 health tips for healthy life

रोज सुबह खाए ये चीज ….मिलेंगे बहुत सारे फायदे

ये है सेहत का राज …. अगर हर रोज खाएंगे तो कभी खून की कमी नहीं होगी |

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version