Himachal Cloudburst 2024:हिमाचल प्रदेश में हाल ही में हुई बारिश से भारी नुकसान हुआ है।आनी के निरमंड, कुल्लू के मलाणा और मंडी जिले के थलटूखोड़ में बादल फटने की घटनाओं से कई मकान, स्कूल और अस्पताल प्रभावित हुए हैं।
इन घटनाओं(Himachal Cloudburst 2024) में 53 लोग लापता हैं और दो शव मिले हैं। मंडी जिले में 35 लोग सुरक्षित हैं। इस आपदा के कारण, मंडी के पधर और कुल्लू में सभी शिक्षण संस्थान और स्कूल आज के लिए बंद कर दिए गए हैं।
मंडी के थलटूखोड़ में आधी रात बादल फटने से भारी तबाही हुई है। कई मकान ढह गए हैं और सड़कें जाम हो गई हैं। राहत और बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ और अन्य टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं। पंचायत प्रधान कली राम के मुताबिक, तेरंग और राजबन गांव में भी बादल फटे हैं, जिससे कई लोग लापता हैं और तीन घर बह गए हैं।
पधर उपमंडल में इस घटना में आठ लोग लापता हैं, दो शव मिल चुके हैं, और एक व्यक्ति घायल है। 35 लोग सुरक्षित हैं। मंडी जिला प्रशासन ने एयरफोर्स को अलर्ट किया है और एनडीआरएफ से भी मदद मांगी गई है।
डीसी अपूर्व देवगन और राहत दल प्रभावित क्षेत्र की ओर पैदल बढ़ रहे हैं क्योंकि रास्ते टूट चुके हैं, जिससे वहां पहुंचना मुश्किल हो रहा है। स्थानीय प्रशासन भी राहत कार्यों में व्यस्त है।
शिमला-कुल्लू सीमा पर बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। कई मकान, स्कूल और अस्पताल प्रभावित हुए हैं और कई लोग लापता हैं। एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर भेजी गई है। जानकारी के मुताबिक, निरमंड ब्लॉक के झाकड़ी में सुबह बादल फटने से हाइड्रो प्रोजेक्ट को भारी नुकसान हुआ है और 36 लोग लापता हैं, जिनमें शिमला के 33 और निरमंड के तीन लोग शामिल हैं।
उपायुक्त अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी घटनास्थल की ओर रवाना हो चुके हैं। अनुपम कश्यप ने बताया कि जैसे ही घटना की जानकारी मिली, एनडीआरएफ, पुलिस, और राहत दल तुरंत मौके के लिए निकल पड़े। एसडीएम रामपुर, निशांत तोमर भी घटनास्थल की ओर बढ़ रहे हैं।
रास्ते की कई जगहों पर बाधाएं आने के कारण टीम को दो किलोमीटर पैदल चलकर Himachal Cloudburst 2024 तक पहुंचने की कोशिश करनी पड़ रही है।
अनुपम कश्यप ने बताया कि रेस्क्यू में आईटीबीपी और स्पेशल होम गार्ड की टीम भी शामिल की गई है। सभी राहत दल एकजुट होकर काम कर रहे हैं और एंबुलेंस समेत सभी आवश्यक सुविधाएं रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाई गई हैं। चक्कीमोड़ के पास मलबा आने से एनएच बाधित हो गया था, जिसे जेसीबी की मदद से साफ किया जा रहा है।
कुल्लू जिले के मलाणा नाले में भारी बारिश के दौरान बादल फटने से मलाणा वन और मलाणा टू पावर प्रोजेक्ट को गंभीर नुकसान हुआ है। पार्वती नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर बढ़ गया है।
जिया, भुंतर और अन्य नदी किनारे के इलाकों से लोगों को अपने घर खाली कर सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। व्यास और तीर्थन नदियों का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है, और सभी से इन नदियों से दूर रहने की अपील की गई है।
कुल्लू जिले के निरमंड क्षेत्र के बागीपुल में 8-10 मकान बह गए हैं, जिनमें पटवार खाना, होटल और दुकानें भी शामिल हैं। यहां से 7 से 10 लोग लापता हैं, जिनमें एक ही परिवार के सात सदस्य भी शामिल हैं।
तहसीलदार घटनास्थल पर मौजूद हैं और कोयल खड्ड तक सर्च अभियान चलाया जा रहा है। निरमंड में कई पुल बह गए हैं और अधिकांश सड़कें बंद हैं। बागीपुल में बस स्टैंड पूरी तरह से तबाह हो चुका है और 15 गाड़ियां पानी में बह गई हैं।
कुल्लू और मंडी में बादल फटने से भारी तबाही
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और मंडी जिलों में बादल फटने से भारी नुकसान की खबरें आई हैं। कुल्लू के रामपुर क्षेत्र के समेज में स्थित एक पावर प्लांट प्रोजेक्ट के आसपास कई लोग लापता हैं। इस घटना (Himachal Cloudburst 2024) में 20 से ज्यादा मकान ढह गए, कई गाड़ियां बह गईं, और इलाके का स्कूल भी बाढ़ की चपेट में आ गया।
मंडी जिले में बादल फटने से एक शव मिल चुका है और कई लोग अभी भी लापता हैं। मंडी जिला प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए एयरफोर्स को अलर्ट कर दिया है और स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है।
कुल्लू में नदी की लहरों में बह गई पूरी इमारत
Himachal Cloudburst 2024 :कुल्लू में भारी बारिश के बाद व्यास और पार्वती नदियां उफान पर हैं, जिसका प्रभाव किनारे के क्षेत्रों में साफ देखा जा सकता है। व्यास नदी की तीव्र लहरों ने एक निर्माणाधीन इमारत को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। इसके अलावा, नदी के उफान के कारण कुल्लू-मनाली NH 3 भी अवरुद्ध हो गया है।
चंबा के राजनगर में मलबे के नीचे दब गईं आठ गाड़ियां
Himachal Cloudburst 2024 मूसलाधार बारिश के कारण भरमौर-पठानकोट हाईवे और दो दर्जन से अधिक अन्य सड़कें पूरी तरह से बंद हो गई हैं। राजनगर में भी बारिश के बाद नाले में बाढ़ आ गई, जिससे 8 गाड़ियां मलबे में दब गईं और कुछ घरों को भी नुकसान हुआ। इसके अलावा, भलेई माता मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर भूस्खलन हो गया है।
जानकारी मिलने के बाद, हाईवे प्रबंधन और लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी सड़कों को ठीक करने में जुटे हुए हैं।
घंसाली में बादल फटने से मच गयी भारी तबाही
Himachal Cloudburst 2024 उत्तराखंड में मंगलवार से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। टिहरी में पहले तीव्र बारिश हुई और फिर बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई। केदारनाथ मार्ग पर भी बादल फटने से नेशनल हाईवे का एक हिस्सा बाढ़ में बह गया, जिससे केदारनाथ पैदल मार्ग को भी गंभीर नुकसान पहुंचा है।
है। रामबाड़ा और लिनचोली के बीच कई जगह पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं और रामबाड़ा में मंदाकिनी नदी पर बने दो पुल बह गए हैं। ये पुल पुराने मार्ग पर थे, जिनका उपयोग यात्री और घोड़े संचालक शॉर्टकट के रूप में करते थे।
कल रात की बारिश में मंदाकिनी नदी का तेज बहाव इन पुलों को बहा ले गया। इसके अलावा, हरिद्वार, नैनीताल और बागेश्वर से भी बाढ़ की गंभीर स्थितियों की तस्वीरें सामने आ रही हैं।
Himachal Cloudburst 2024 में कई लोग गायब, रेस्क्यू ऑपरेशन में चुनौतियां
Himachal Cloudburst 2024 थलटूखोड़ में फंसे लोगों तक पहुंचने में दिक्कत आ रही है, इसलिए एयरफोर्स और एनडीआरएफ से मदद मांगी गई है। हिमाचल प्रदेश के शिमला और कुल्लू जिलों के रामपुर क्षेत्र में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। श्रीखंड की पहाड़ियों पर नैन सरोवर के आसपास बादल फटने से कुर्पण, समेज़ और गानवी खड्ड में जबरदस्त बाढ़ आ गई है। शिमला के गानवी और कुल्लू के बागीपुल बाजार में भी नाले के उफान से गंभीर तबाही हुई है।
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